सबसे पहले, यह सुनिश्चित करें कि जो दीमक आपके पुराने फर्नीचर को खराब कर रही थी, वह पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। ध्यान दें, दीमक कभी फर्नीचर में पैदा नहीं होती, बल्कि उनका घर या प्रजनन स्थान अक्सर जमीन पर होता है। वहां से दीमक शाफ्ट, पाइप, टाइल्स या दरारों के जरिए आपके फर्नीचर तक पहुंचती है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए, आपको उस रास्ते को सील करना ज़रूरी है जिससे दीमक आपके घर में बड़े पैमाने पर आ रही है। अगर आप इस बात का ध्यान नहीं रखते, तो दीमक बार-बार लौट सकती है।
इसके अलावा, एक समयांतराल के बाद यह चेक करना ज़रूरी है कि कहीं कोई दीमक बची तो नहीं है। इससे आप दीमक से होने वाले नुकसान को जड़ से रोक सकते हैं।
भविष्य में दीमक से बचने के लिए विशेष सावधानियाँ बरतनी पड़ती हैं। नया फर्नीचर लगाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि फर्नीचर उस मटीरियल का बना हो जो दीमक-रोधी हो या उसे दीमक-रोधी ट्रीटमेंट दिया गया हो।
जब नया फर्नीचर आपके घर पर लगे, तो उससे पहले मार्केट में उपलब्ध दीमक रोधी केमिकल का छिड़काव अवश्य करवा लें। इससे आपके नए फर्नीचर की सुरक्षा बढ़ जाती है।
तो दोस्तों, अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो दीमक से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं और आपका फर्नीचर लंबे समय तक सुरक्षित रहेगा। नया फर्नीचर लगाने से पहले दीमक से सुरक्षा ज़रूर करें।